आओ हमआओ हम सब मिलजुल कर (2016)नव बर्ष का पर्व मनाये
आओ हमसब मिलजुल कर (2016)नव बर्ष का पर्व मनाये
आओ हम सब मिल जुल कर
नव बर्ष का पर्व मनाये
************************
राष्ट्र हितों के लिये समर्पित
हो फिर से सर्वस्व हमारा
गौरव मंडित हो भारत यह
सत्य धर्म का मिले सहारा
त्यागे हम सब स्वार्थ भावना
परमार्थ का पथ अपनाए
आओ हम सब मिल जुल कर
नव बर्ष का पर्व मनाये
भष्ट्राचार मिठे शासन का
शुद्व बने आचरण हमारा
अनाचार से लोहा लेने
बढ़े युवक भारत का सारा
अनुशासित हो कर्मी सारे
सत्य कर्मो को गले लगाये
आओ हम सब मिल जुल कर
नव बर्ष का पर्व मनाये
भगत -सुभाष -शिवा-राणा का
गूँजे भू पर गौरव गान
राम कृष्ण की परम्परा को
मिले पुनः भू पर सम्मान
सारे महि मण्डल को हम फिर
एक नया आलोक दिखाएं
आओ हम सब मिल जुल कर
नव बर्ष का पर्व मनाये
मित्र बने आपस में हम सब
मित्र भाव का हो विस्तार
उग्रवाद , आतंकवाद का
हो अति शीघ्र यहां निस्तार
बच्चे-बच्चे इस भारत के
शौर्य शील - बलशील कहाऐ
आओ हम सब मिलजुल कर
नव बर्ष का पर्व मनाएं
सुख समृद्धि सफलता का
हो हमारे जीवन में विस्तारण
सभी समस्याओ का हो फिर
यथा योग्य सम्पूर्ण निवारण
समरस हो सारा समाज यह
मानावत काबने हितैषी
सभी सुखी सम्पन्न बने फिर
प्रगति करें हम भौतिक ऐसी
राष्ट्र अस्मिता की रक्षा हित
हर्षित होकर प्राण लुटाएं
आओ हम सब मिलजुल कर
नव बर्ष का पर्व मनाये ।।
आओ हम सब मिल जुल कर
नव बर्ष का पर्व मनाये
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राष्ट्र हितों के लिये समर्पित
हो फिर से सर्वस्व हमारा
गौरव मंडित हो भारत यह
सत्य धर्म का मिले सहारा
त्यागे हम सब स्वार्थ भावना
परमार्थ का पथ अपनाए
आओ हम सब मिल जुल कर
नव बर्ष का पर्व मनाये
भष्ट्राचार मिठे शासन का
शुद्व बने आचरण हमारा
अनाचार से लोहा लेने
बढ़े युवक भारत का सारा
अनुशासित हो कर्मी सारे
सत्य कर्मो को गले लगाये
आओ हम सब मिल जुल कर
नव बर्ष का पर्व मनाये
भगत -सुभाष -शिवा-राणा का
गूँजे भू पर गौरव गान
राम कृष्ण की परम्परा को
मिले पुनः भू पर सम्मान
सारे महि मण्डल को हम फिर
एक नया आलोक दिखाएं
आओ हम सब मिल जुल कर
नव बर्ष का पर्व मनाये
मित्र बने आपस में हम सब
मित्र भाव का हो विस्तार
उग्रवाद , आतंकवाद का
हो अति शीघ्र यहां निस्तार
बच्चे-बच्चे इस भारत के
शौर्य शील - बलशील कहाऐ
आओ हम सब मिलजुल कर
नव बर्ष का पर्व मनाएं
सुख समृद्धि सफलता का
हो हमारे जीवन में विस्तारण
सभी समस्याओ का हो फिर
यथा योग्य सम्पूर्ण निवारण
समरस हो सारा समाज यह
मानावत काबने हितैषी
सभी सुखी सम्पन्न बने फिर
प्रगति करें हम भौतिक ऐसी
राष्ट्र अस्मिता की रक्षा हित
हर्षित होकर प्राण लुटाएं
आओ हम सब मिलजुल कर
नव बर्ष का पर्व मनाये ।।
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