सत्य की विजय
सत्य की विजय
ईमानदार से सारे बेईमान ड़रते है और इसी डर के कारण उसे नफरत करने लगते है और उसके जान के दुश्मन तक बन जाते है ।धिरे - धिरे बहुत सारे लोग उसके दुश्मन बन जाते है और उसे लगता है की मैं कोई गुनाह किया हूँ । पर इसी विश्वास के साथ अपना काम इमामदारी के साथ करते जाता है कि एक दिन सत्य की विजय होगी ।
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