अनाचार के विरुद्ध
अनाचार के विरुद्द
जिस देश और समाज में अनाचार और अन्याय के विरुद्ध गुस्सा मर जाय वहां फिर किसी चाणक्य को नन्द के कुशासन के विरुद्ध शिखा खोलनी पड़ती है ।
YOU WELCOME
YOU WELCOME
जिन बलिदानियों को हम भूल गए । 23 दिसम्बर , 1912 ई. को लार्ड हार्डिंग पर बम 23 दिसम्बर , 1912 ई, के दिन लार्ड...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें