सम्प्रदायिकता
सम्प्रदायिता
सम्प्रदायिकता एक जहर है ,
किन्तु कहा है ,
किसके घर है .
इसकी परिभाषा होनी है ,
कौन करेगा ?
कुर्सी रक्षक वाद और वादो के पंख .
जिनके धर्म निरपेक्षि हमाम में ,
सब तो नंगे है ,
करवाते रोज दंगे है ,
स्वयं कांच के घर में रह कर ,
चला रहे है पत्थर ,
उनके वापस आने परह ,
कहा जाएंगे बच कर ,
कितना पतन करवाएंगे ,
ये वोट के चक्कर ?
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